Bhilai Tantra-Mantra Fraud: भिलाई में YouTube देखकर बने ‘फर्जी पंडित’ ने महिला से की 37 लाख की ठगी, तंत्र-मंत्र के नाम पर दी जान से मारने की धमकी

रायपुर: Bhilai Tantra-Mantra Fraud: छत्तीसगढ़ के भिलाई से एक अजीबो-गरीब और चौंकाने वाला मामला सामने आया है। यहां एक युवक ने सिर्फ YouTube देखकर तंत्र-मंत्र सीखा और खुद को बड़ा पंडित घोषित कर दिया। इतना ही नहीं, इस युवक ने एक महिला को डराकर करीब ₹37 लाख की ठगी कर डाली। मामला अब पुलिस तक पहुंच चुका है और आरोपी सलाखों के पीछे है।
कुंडली में ‘ग्रह दोष’ बताकर शुरू हुई ठगी
पूरा मामला पल्लवी जायसवाल (उम्र 46) नाम की महिला से जुड़ा है, जो लंबे समय से अपनी सेहत और रोज़गार की समस्याओं से परेशान चल रही थीं। इसी दौरान उनकी मुलाकात भिलाई के नेहरू नगर स्थित कालीबाड़ी मंदिर के पुजारी परिचय मिश्रा से हुई। मिश्रा ने महिला की कुंडली देखकर बताया कि उसमें भारी ‘ग्रह दोष’ है और इलाज तुरंत जरूरी है। फिर उन्होंने महिला की मुलाकात अपने कथित गुरु पंडित कुलदीप महाराज से करवाई।
हरियाणा से आया ‘कालू’, असल में निकला धोखेबाज़
जांच में सामने आया है कि ये कुलदीप उर्फ कालू (उम्र 35) हरियाणा के रोहतक का रहने वाला है। वह कोई असली तांत्रिक नहीं, बल्कि एक धोखेबाज़ निकला जो YouTube से तंत्र-मंत्र सीखकर लोगों को बेवकूफ बना रहा था। जनवरी 2023 से लेकर अप्रैल 2025 के बीच कालू ने पूजा-पाठ, ग्रह शांति और दक्षिणा के नाम पर महिला से कई बार पैसे ऐंठे। धीरे-धीरे ये रकम ₹36,66,000 तक पहुंच गई।

फ्लैट को अपने नाम करने का दबाव, तंत्र से जान लेने की धमकी
ठगी यहीं नहीं रुकी। जब महिला ने और पैसे देने से इनकार कर दिया, तो फर्जी पंडित ने नया पैंतरा अपनाया। उसने महिला को धमकाते हुए कहा कि अगर उसने अपना फ्लैट उसके नाम नहीं किया, तो वह “तंत्र विद्या से उसकी जान ले लेगा।” इस धमकी से घबराकर महिला ने भिलाई के सुपेला थाने में शिकायत दर्ज कराई।
पुलिस ने दबोचा, मिला ढेर सारा तांत्रिक सामान
पुलिस ने केस की तफ्तीश शुरू की और आरोपी कुलदीप को गिरफ्तार कर लिया। एएसपी पद्मश्री तंवर के मुताबिक, आरोपी के पास से एक कार, मोबाइल फोन, तांत्रिक पूजा की सामग्री, प्रचार के बैनर-पोस्टर और कुछ जड़ी-बूटियाँ बरामद की गई हैं। अब आरोपी को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।
भिलाई जैसे शिक्षित शहर में भी अगर लोग ऐसे फर्जी तांत्रिकों के झांसे में आ रहे हैं, तो सवाल उठता है कि अंधविश्वास के खिलाफ जागरूकता की ज़रूरत कितनी ज़्यादा है? जब तक लोग खुद नहीं चेतेंगे, तब तक YouTube तांत्रिकों की दुकानें यूं ही चलती रहेंगी।