छत्तीसगढ़ के इस कांग्रेस नेता ने सोशल मीडिया में ऑपरेशन सिंदूर को लेकर PM मोदी के खिलाफ की अभद्र टिप्पणी, पुलिस ने किया गिरफ्तार

Congress leader Facebook Post: छत्तीसगढ़ के दुर्ग ज़िले से एक राजनीतिक विवाद खड़ा हो गया है। सोशल मीडिया पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर की गई आपत्तिजनक टिप्पणी के मामले में कांग्रेस नेता बृजमोहन सिंह को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। मामला बढ़ता देख थाने में भारी भीड़ जमा हो गई, जिसके बाद पुलिस को उन्हें दूसरे थाने शिफ्ट करना पड़ा।
फेसबुक पोस्ट बना विवाद की वजह
पूरा मामला 10 मई को किए गए एक फेसबुक पोस्ट से जुड़ा है। जानकारी के मुताबिक, कांग्रेस नेता बृजमोहन सिंह ने ‘ऑपरेशन सिंदूर‘ को लेकर प्रधानमंत्री मोदी पर अपमानजनक टिप्पणी की थी। इसके अलावा, एक अन्य यूज़र की पोस्ट पर कमेंट करते हुए उन्होंने पीएम मोदी के लिए आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल किया और पाकिस्तान युद्ध से जुड़ी भड़काऊ बातें भी लिखीं।
भाजपा कार्यकर्ताओं ने इस पर कड़ी आपत्ति जताई और वैशाली नगर थाने पहुंचकर बृजमोहन सिंह के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई। भाजपा नेता शारदा गुप्ता की अगुवाई में तीन अलग-अलग जगहों से शिकायतें दी गईं।
FIR के बाद देर रात हुई गिरफ्तारी
शिकायत मिलने के बाद पुलिस ने तत्काल एफआईआर दर्ज की और देर रात बृजमोहन सिंह को हिरासत में ले लिया। उन पर सोशल मीडिया में अभद्र टिप्पणी करने के आरोप में गैर-जमानती धाराओं के तहत कार्रवाई की गई है।
बता दें कि बृजमोहन सिंह छत्तीसगढ़ राज्य औद्योगिक विकास निगम (साडा) के उपाध्यक्ष रह चुके हैं और कांग्रेस के सक्रिय नेताओं में शामिल रहे हैं।
कांग्रेस का विरोध प्रदर्शन, पुलिस की कार्रवाई पर उठाए सवाल
बृजमोहन सिंह की गिरफ्तारी के विरोध में कांग्रेस नेताओं ने पुलिस थाने के बाहर प्रदर्शन किया। भिलाई के कांग्रेस जिला अध्यक्ष मुकेश चंद्राकर के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने गिरफ्तारी को राजनीति से प्रेरित बताया।
पूर्व विधायक अरुण वोरा भी थाने पहुंचे और इस कार्रवाई को एकतरफा बताते हुए कहा कि “राजनीतिक दबाव में पुलिस काम कर रही है, विपक्ष की आवाज़ को दबाने की कोशिश की जा रही है।”
बढ़ती भीड़ देख बृजमोहन को दूसरे थाने भेजा गया
पुलिस ने बताया कि गिरफ्तारी के बाद थाने में भाजपा कार्यकर्ताओं की भीड़ लगातार बढ़ रही थी, जिससे माहौल तनावपूर्ण हो गया। हालात बिगड़ने से पहले ही पुलिस ने बृजमोहन सिंह को वहां से हटाकर दूसरे थाने भेज दिया।
फिलहाल पुलिस की जांच जारी है और सोशल मीडिया में की गई टिप्पणियों की गहराई से पड़ताल की जा रही है। यह मामला अब राजनीतिक गर्मी का रूप ले चुका है, जहां एक ओर भाजपा इसे प्रधानमंत्री की गरिमा का अपमान बता रही है, वहीं कांग्रेस इसे अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का हनन मान रही है।