भाटापारा में बिना तिथि वाले पानी पाउच की बिक्री, लोगों के स्वास्थ्य पर मंडरा रहा खतरा

भाटापारा: छत्तीसगढ़ का भाटापारा शहर, जो नकली और डुप्लीकेट उत्पादों के लिए पहले भी सुर्खियों में रहा है, एक बार फिर चर्चा में है। इस बार मामला बाजार में बिक रहे पानी पाउचों का है, जिन पर न तो उत्पादन तिथि अंकित है और न ही उपयोग की अंतिम तिथि। ऐसे में यह लोगों की सेहत के लिए बड़ा खतरा बनते जा रहे हैं।

बिना पैकिंग डेट के बिक रहा पानी

शहर की कई दुकानों में ऐसे पानी पाउच बेचे जा रहे हैं, जिन पर केवल “Best Before Within 1 Month The Date Of Packing” लिखा हुआ है। इसका सीधा मतलब है कि पैकिंग की तारीख से एक महीने के भीतर इसका इस्तेमाल करना चाहिए। लेकिन जब खुद पैकिंग की तारीख ही नहीं लिखी गई है, तो उपभोक्ताओं के लिए यह जानना असंभव हो जाता है कि पानी कब तक सुरक्षित है।

जांच की मांग उठी, खाद्य अधिकारी ने दिए कार्रवाई के संकेत

जब इस मामले को लेकर जिला खाद्य अधिकारी उमेश वर्मा से सवाल किया गया, तो उन्होंने कहा कि विभाग जल्द ही इस पर जांच करेगा। उन्होंने आश्वासन दिया कि यदि पानी पाउच खाद्य सुरक्षा नियमों का उल्लंघन कर रहे हैं, तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

शहरवासियों में नाराजगी, प्रशासन से कड़ी कार्रवाई की मांग

यह मामला सामने आने के बाद शहरवासियों में गहरी नाराजगी है। लोगों का कहना है कि यह न सिर्फ नियमों की अनदेखी है, बल्कि उनके स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ भी है। स्थानीय नागरिकों ने प्रशासन से मांग की है कि दोषियों के खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएं और यह सुनिश्चित किया जाए कि बाजार में बिकने वाले खाद्य और पेय पदार्थ पूरी तरह सुरक्षित हों।

पानी के नाम पर हो रहा धोखा?

विशेषज्ञों का कहना है कि बिना तिथि वाले पानी पाउच उपभोक्ताओं को धोखे में डाल सकते हैं। ऐसे उत्पाद लंबे समय तक स्टोर में पड़े रहने के बाद खराब हो सकते हैं और बीमारियों का कारण बन सकते हैं। प्रशासन की ओर से यदि जल्द कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया, तो यह शहर के लोगों की सेहत के लिए गंभीर खतरा बन सकता है।

अब देखना यह होगा कि प्रशासन इस मामले में क्या कार्रवाई करता है और कब तक इन नियमों का उल्लंघन करने वालों पर शिकंजा कसा जाता है।

Also Read: IML Final 2025: तेंदुलकर की अगुवाई में इंडिया मास्टर्स ने जीता आईएमएल का खिताब

दक्षिण कोसल का Whatsapp Group ज्वाइन करे

Ravi Pratap Pandey

रवि पिछले 7 वर्षों से छत्तीसगढ़ में सक्रिय पत्रकार हैं। उन्होंने राज्य के सामाजिक, राजनीतिक और सांस्कृतिक पहलुओं पर गहराई से रिपोर्टिंग की है। जमीनी हकीकत को उजागर करने और आम जनता की आवाज़ को मंच देने के लिए वे लगातार लेखन और रिपोर्टिंग करते रहे हैं।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button