CG Marriage Bureau Fraud: शादी का झांसा, फिर बड़ा धोखा! छत्तीसगढ़ में मैरिज ब्यूरो की संचालिका ने अपने ही पति की करवा दी दूसरी शादी

बिलासपुर: CG Marriage Bureau Fraud: छत्तीसगढ़ के बिलासपुर से एक हैरान कर देने वाला शादी धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। यहां एक महिला ने शादी कराने के नाम पर मासूम युवती को झांसे में लेकर अपने ही पति से उसकी शादी करवा दी। हद तो तब हो गई जब युवती को ये पता चला कि जिससे उसने सात फेरे लिए हैं, वो पहले से शादीशुदा है और उसका एक बेटा भी है।
शादी हुई गिरौदपुरी में, साजिश रची गई बिलासपुर में
Marriage Bureau Fraud Case: पूरा मामला सकरी थाना क्षेत्र का है। 29 मई को एक युवती ने थाने पहुंचकर शिकायत दर्ज कराई कि उसके साथ शादी के नाम पर बड़ा धोखा हुआ है। शिकायतकर्ता फिलहाल विनोबानगर, बिलासपुर में किराए के मकान में रहकर ब्यूटी पार्लर चलाती है। उसने बताया कि 2024 में उसके परिवार वालों ने गुरु घासीदास ग्रुप में उसका विवाह हेतु प्रोफाइल साझा किया था।

यहीं से कहानी में एंट्री होती है चित्रा कुमारी की, जो कि सतनाम मैरिज ब्यूरो, बिलासपुर की संचालिका है। चित्रा ने युवती से संपर्क कर हरियाणा निवासी संजय कुमार चौधरी का प्रोफाइल दिखाया और उसे बेहतरीन वर बताया। कहा कि संजय मुंगेली का मूल निवासी है और फिलहाल हरियाणा के नवोदय विद्यालय में शिक्षक है। परिवार ने विश्वास कर 14 दिसंबर 2024 को गिरौदपुरी धाम में सतनामी समाज की रीति-रिवाज से शादी कर दी।
हरियाणा जाकर खुली पोल, निकला पुराना खेल
शादी के बाद पीड़िता अपने पति संजय के साथ हरियाणा चली गई। कुछ दिनों तक सब ठीक चला, लेकिन जल्द ही संदेह होने लगा। पड़ताल शुरू की तो पता चला कि संजय पहले से शादीशुदा है और उसका एक बेटा भी है। और तो और, संजय किसी नौकरी में नहीं है, जैसा कि बताया गया था।

मोबाइल ने खोला राज़, पत्नी ही बनी थी बिचौलिया
जब पीड़िता ने संजय का मोबाइल खंगाला तो सामने आया सबसे चौंकाने वाला सच। पता चला कि सतनाम मैरिज ब्यूरो की संचालिका चित्रा कुमारी ही संजय कुमार की पत्नी है। यानी, पति-पत्नी ने मिलकर एक मासूम लड़की को झांसे में लेकर उसकी जिंदगी से खिलवाड़ किया।

पुलिस ने दबोचा दंपति को, भेजा रिमांड पर
सकरी पुलिस ने युवती की शिकायत पर आपराधिक मामला दर्ज किया और तत्काल कार्रवाई करते हुए आरोपी संजय कुमार चौधरी और चित्रा कुमारी को अमेरी क्षेत्र से गिरफ्तार कर लिया। दोनों को न्यायिक रिमांड पर भेज दिया गया है।
- क्या शादी कराने वाले मैरिज ब्यूरो की कोई जांच होती है?
- ऐसे मामलों में पीड़ित को न्याय कैसे और कब मिलेगा?
- और क्या ऐसे फ्रॉड से बचने के लिए कोई सरकारी उपाय मौजूद है?
यह घटना एक बार फिर बताती है कि शादी जैसे गंभीर विषय में आंख बंद कर भरोसा करना भारी पड़ सकता है। मैरिज ब्यूरो की आड़ में चल रही धोखाधड़ी की यह कहानी न सिर्फ डराने वाली है, बल्कि समाज में विश्वास की नींव को हिलाने वाली भी है।