धमतरी जिले में 10वीं, 12वीं बोर्ड परीक्षा में खराब रिजल्ट वाले स्कूल के प्राचार्यों पर फूटा संयुक्त संचालक का गुस्सा, बोले – ‘100% तनख्वाह लेते हो तो 100% रिजल्ट लाओ’, नोटिस जारी, वेतनवृद्धि पर ब्रेक

धमतरी में सरकारी स्कूलों का बोर्ड परीक्षा रिजल्ट इस बार खासा निराशाजनक रहा। जिले की 10वीं और 12वीं की परीक्षाओं में प्रदर्शन नीचे गिरा तो शिक्षा विभाग के रायपुर संयुक्त संचालक राकेश पांडे खुद 27 मई को धमतरी पहुंचे और डॉ. शोभाराम देवांगन स्कूल में समीक्षा बैठक ली।

बैठक में जिले के सभी हाई और हायर सेकंडरी स्कूलों के प्राचार्य मौजूद थे, और पांडे ने किसी को बख्शा नहीं। खासतौर पर उन स्कूलों के प्राचार्यों की जमकर खिंचाई हुई जहां रिजल्ट 50% से भी नीचे रहा।

उन्होंने दो टूक कहा –
“जब तनख्वाह 100% ले रहे हो, तो रिजल्ट भी 100% लाने की कोशिश करो।”

24वें और 21वें नंबर पर पहुंचा धमतरी, बुरी तरह पिछड़ा परफॉर्मेंस

बात अगर आंकड़ों की करें तो धमतरी जिले की स्थिति काफी चिंताजनक रही। इस बार 10वीं की परीक्षा में धमतरी पूरे राज्य में 24वें नंबर पर खिसक गया, वहीं 12वीं में 21वें नंबर पर रहा। ये गिरावट सिर्फ नंबरों की नहीं, पूरे सिस्टम की लापरवाही को दिखा रही थी। इसी को ध्यान में रखते हुए पांडे ने व्यक्तिगत रूप से प्राचार्यों से बात की और विषयवार समीक्षा की।

जब स्कूल में 12% रिजल्ट आया, तो उड़े होश

समीक्षा के दौरान कई स्कूलों में किसी विषय का परिणाम महज 11-12% पाया गया। इस पर राकेश पांडे ने साफ कहा कि ऐसे स्कूलों के प्राचार्यों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। नगर निगम स्कूल में तो रिजल्ट इतना कमजोर रहा कि प्राचार्य की वेतनवृद्धि रोकने का आदेश दे दिया गया।

और तो और, जहां बैठक हो रही थी – डॉ. शोभाराम देवांगन स्कूल, वहां का खुद का रिजल्ट भी फिसड्डी निकला। वहां के प्राचार्य को भी कार्रवाई का सामना करना पड़ा।

जिनका रिजल्ट शानदार, उनसे सीखे सबक

हर कोई फटकार का पात्र नहीं था। जिन स्कूलों ने 100% रिजल्ट दिया, उन्हें सराहा गया। उनके अनुभवों को बाकी प्राचार्यों के साथ साझा कराया गया ताकि सभी सीख सकें कि मेहनत कैसे रंग लाती है।

JD ने कहा – “प्राचार्य मैनेजर की तरह काम करें, सिर्फ अफसर बनकर न बैठें”

बैठक में राकेश पांडे ने यह भी कहा कि प्राचार्य सिर्फ पद के अफसर न बने रहें, बल्कि स्कूल के मैनेजर की तरह व्यवहार करें। उन्होंने सुझाव दिया कि प्राचार्य स्टाफ के साथ बैठक करें, साथ में चाय पिएं, स्कूल परिसर को साफ-सुथरा रखें और खुद कुछ योगदान करें।उन्होंने चेतावनी दी कि अब हर शिक्षक को स्कूल खुलने से पहले मुख्यालय में मौजूद रहना होगा, अन्यथा कार्यवाही तय है।

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कुछ जिले के मास्टर बाहर से करते हैं अपडाउन, ले रहे हाउस रेंट भी

समीक्षा के दौरान एक और बड़ी बात सामने आई – कई शिक्षक मुख्यालय में नहीं रहते और दूर-दराज के जिलों से रोज अपडाउन करते हैं। ऊपर से हाउस रेंट का पैसा भी लेते हैं। अब उन्हें चेतावनी दी गई है कि स्कूल खुलने से पहले वे मुख्यालय में रहना शुरू करें, वरना सस्पेंशन या अन्य कड़ी कार्रवाई होगी।

DEO बोले – आदेश के अनुसार होगी कार्रवाई

धमतरी के जिला शिक्षा अधिकारी टीआर जगदल्ले ने कहा कि समीक्षा बैठक में जिन प्राचार्यों और शिक्षकों के खिलाफ निर्देश दिए गए हैं, उन पर आदेश के अनुसार कार्रवाई की जाएगी। नोटिस जारी किए जाएंगे और कहीं-कहीं पर वेतनवृद्धि रोकने की भी प्रक्रिया अपनाई जाएगी।

अब उम्मीद – अगला रिजल्ट होगा बेहतर

बैठक के अंत में संयुक्त संचालक ने कहा कि इस बार भले रिजल्ट गिरा हो, लेकिन आने वाले साल में उम्मीद की जा रही है कि स्थिति सुधरेगी। जरूरी बदलाव, शिक्षकों की मौजूदगी और स्कूल प्रबंधन की एक्टिव भूमिका से अगले बोर्ड परीक्षा में धमतरी की तस्वीर बदलेगी।

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