AK-47 लेकर घूम रहा था, कोरापुट से हिड़मा नाम का नक्सली गिरफ्तार

रायपुर: नक्सल मोर्चे पर पुलिस को एक बड़ी कामयाबी मिली है। ओडिशा के कोरापुट में कुंजाम हिड़मा नाम का कुख्यात नक्सली गिरफ्तार किया गया है। ये वही कुंजाम हिड़मा है, जो AK-47 जैसे घातक हथियार और विस्फोटक लेकर इलाके में घूम रहा था।
पुलिस को लंबे समय से इसकी तलाश थी। हथियारों के साथ पकड़े जाने के बाद ये साफ हो गया है कि कुंजाम उर्फ मोहन कोई छोटा-मोटा प्लेयर नहीं था, बल्कि काफी एक्टिव और खतरनाक नक्सली था।

नाम हिड़मा, लेकिन ज़रा ठहरिए…
यहां ध्यान देने वाली बात ये है कि “हिड़मा” नाम के कई नक्सली सक्रिय हैं। इनमें सबसे कुख्यात नाम है मड़ावी हिड़मा, जो देश के सबसे खतरनाक और वांछित नक्सलियों में शुमार है। लेकिन फिलहाल मड़ावी पुलिस की पकड़ से बाहर है।
कुंजाम हिड़मा को पकड़ने से पुलिस की कमर तो सीधी हुई है, लेकिन असली हिड़मा अभी भी अंडरग्राउंड है। बावजूद इसके, एके-47 और अन्य विस्फोटकों के साथ पकड़ा गया कुंजाम सुरक्षा एजेंसियों के लिए इंटेलिजेंस का पक्का सोर्स बन सकता है।

5000 किलो विस्फोटक लूट: बड़ी साजिश की तैयारी?
इस गिरफ्तारी से एक दिन पहले ओडिशा से एक सिर खड़ा कर देने वाली खबर आई थी। सोमवार को छत्तीसगढ़-ओडिशा बॉर्डर पर नक्सलियों ने एक वैन से करीब 5000 किलो बारूद लूट लिया।
वैन में 25-25 किलो के करीब 200 पैकेट विस्फोटक थे। इसे झारखंड सीमा से सटे सुंदरगढ़ जिले के बैंग पत्थर खदान में सप्लाई किया जा रहा था। रास्ते में 20 से 30 नक्सलियों ने हमला बोल दिया। ड्राइवर को अगवा किया और बारूद लादकर वैन को जंगल की ओर ले गए।
कितना खतरनाक है ये बारूद?
एक्सपर्ट बताते हैं कि इतना विस्फोटक काफी है 200 SUV या 100 बख्तरबंद गाड़ियां उड़ाने के लिए।
अब आप खुद सोचिए, अगर ये बारूद किसी बड़े हमले में इस्तेमाल हुआ, तो क्या हो सकता है?
नक्सली बौखलाए हुए हैं, फोर्स अलर्ट पर
सुरक्षा एजेंसियों का कहना है कि लगातार चल रहे ऑपरेशन से नक्सली फ्रस्ट्रेटेड और बौखलाए हुए हैं। इसी झुंझलाहट में वो कोई बड़ी वारदात कर सकते हैं। फिलहाल छत्तीसगढ़ और ओडिशा की सीमा पर हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है।