भाजपा नेता खूबलाल ध्रुव फिर सुर्खियों में: शिक्षकों को कहा ‘अर्बन नक्सली’ मचा बवाल, शिक्षक संघ ने जताया कड़ा विरोध, फिर नेता जी ने मांग ली माफी

BJP Leader Who Called Teachers Urban Naxals: छत्तीसगढ़ के धमतरी जिले से एक बार फिर भाजपा नेता खूबलाल ध्रुव चर्चा में हैं। इस बार मामला गंभीर है। एक प्रेस वार्ता के दौरान उन्होंने छत्तीसगढ़ में चल रहे शिक्षकों एवं स्कूल के युक्तियुक्तकरण पर शिक्षकों की तुलना ‘अर्बन नक्सली’ से कर दी। बस फिर क्या था — बवाल मचना तय था।
बयान वायरल हुआ, शिक्षकों में गुस्सा भड़का और सोशल मीडिया से लेकर शिक्षक संघों तक विरोध की लहर दौड़ गई। मामला इतना बढ़ गया कि नेता जी को आखिरकार माफी मांगनी पड़ी।

क्या कहा था खूबलाल ध्रुव ने?
मामला युक्तियुक्तकरण नीति (यानी स्कूलों और शिक्षकों के समायोजन) को लेकर चल रहे विरोध से जुड़ा है। प्रेस वार्ता के दौरान खूबलाल ध्रुव ने कहा कि
“शिक्षक अर्बन नक्सली की तरह व्यवहार कर रहे हैं।”
अब ये बात किसी आम व्यक्ति ने नहीं, भाजपा के अनुसूचित जनजाति मोर्चा के प्रदेश महामंत्री और पूर्व जिला पंचायत सदस्य ने कही, तो उसकी गूंज तो दूर तक जानी ही थी।
शिक्षक संघ ने जताया कड़ा विरोध
CG Teacher Yuktiyuktkaran: शिक्षक साझा मंच, जिला धमतरी ने इस बयान को शिक्षकों की गरिमा पर सीधा हमला बताया। उन्होंने कहा कि शिक्षक राष्ट्र निर्माता होते हैं, और उन्हें इस तरह ‘अर्बन नक्सली’ कहकर अपमानित करना न सिर्फ गैरजिम्मेदाराना है बल्कि देशभक्ति पर सवाल खड़ा करने जैसा है।
संघ ने विरोध जताते हुए कहा कि यदि नेता जी ने सार्वजनिक रूप से माफी नहीं मांगी, तो वे कानूनी कार्रवाई के लिए बाध्य होंगे।
वायरल वीडियो और दबाव में मांगी गई माफी
जैसे ही प्रेस वार्ता का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, दबाव बढ़ता गया। शिक्षक समुदाय और आम जनता की आलोचनाओं के बीच खूबलाल ध्रुव को पीछे हटना पड़ा।
उन्होंने खुद को भाजपा का अनुशासित कार्यकर्ता बताते हुए, अपने वरिष्ठ नेताओं की परंपरा का हवाला देते हुए माफी मांग ली।पुराने विवादों से भी रहा है नाता
Khublal Dhruv apologize: इस मामले को तूल पकड़ता देख भाजपा नेता ने सार्वजनिक रूप से माफी मांगते हुए कहा कि भाजपा पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी के आदर्शों और अटल जी के विचारों से प्रेरित होकर देश सेवा में जुटे हुए हैं. हम भारत मां के सच्चे सिपाही हैं और देश के भविष्य को संवारने के लिए प्रतिबद्ध हैं। देश को संवारने और देश के भविष्य को तैयार करने का काम गुण का होता है और यह शिक्षक शिक्षिकाओं, भाई-बहनों का होता है। मैं शिक्षकों के प्रति अपनी गहरी सम्मान और आभार प्रकट करता हूं, जो हमारे समाज के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
अगर मेरे बयान से किसी को ठेस पहुंची है,.तो मैं उसके लिए क्षमा प्रार्थी हूं. मेरा मकसद सिर्फ सिर्फ देश के विकास और शिक्षा के महत्व को उजागर करना था. न कि किसी की भावनाओं को आहत करना. एक बार फिर मैं आपको अपनी गहरी क्षमा प्रार्थना करता हूं और आशा करता हूं कि आप मेरी बातों को समझेंगे।
खूबलाल ध्रुव इससे पहले भी विवादों में रह चुके हैं। रेत खदान विवाद और तहसीलदार से जुड़ा मामला पहले ही उन्हें सुर्खियों में ला चुका है। अब इस बार फिर से उनके बयान ने सियासी और सामाजिक हलकों में हलचल मचा दी है।